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Showing posts from June, 2020

WHO did not say that Covid-19 is getting weaker | डब्ल्यूएचओ ने नहीं कही कोरोनावायरस के कमजोर पड़ने वाली बात, सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे दावे झूठे – Dainik Bhaskar

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दैनिक भास्कर Jun 17, 2020, 05:36 AM IST क्या वायरल : सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है : कोरोना वायरस अब कमजोर पड़ने लगा है।  फेसबुक पर इस तरह की पोस्ट शेयर की जा रही हैं  https://www.facebook.com/abdulmajid.rahimi.1/posts/2813874828722239 https://www.facebook.com/zia.shams.3/posts/10215781716446450 फैक्ट चेक पड़ताल  दावे से जुड़े अलग-अलग कीवर्ड्स से गूगल सर्च करने पर द रायटर्स की वेबसाइट पर 1 जून की एक खबर मिली। यहां भी कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने की बात कही गई है। लेकिन, डब्ल्यूएचओ के हवाले से नहीं बल्कि इटली के डॉक्टर के हवाले से। संभवत: यहीं से कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने की बात को उठाकर डब्ल्यूएचओ के हवाले से शेयर किया जाने लगा।  https://www.reuters.com/article/us-health-coronavirus-italy-virus-idUSKBN2370OQ पड़ताल के दौरान हमें यूट्यूब पर 1 जून का एक वीडियो मिला। यह वीडियो एएफपी न्यूज एजेंसी ने अपलोड किया है। इसमें डब्ल्यूएचओ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल रेयान का एक बयान है। इसमें वे कह रहे हैं – ‘कोरोना अभी भी एक जानलेवा वायरस है। अ

2015 की तस्वीर को केरला में गर्भवती हथनी का अंतिम संस्कार बता कर किया शेयर BOOM

फैक्ट चेक: खुशी मनाते मेडिकल स्टाफ के वीडियो की ये है सच्चाई – Fact check this is the truth of video of medical staff celebrating – Aaj Tak

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न्यूजीलैंड ने 8 जून को खुद को कोरोना वायरस से मुक्त घोषित किया. इसी दिन यहां आखिरी कोरोना मरीज के ठीक होने की भी घोषणा हुई. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियों का एक समूह गलियारे से बाहर निकलता दिख रहा है. ये कर्मचारी अपने अपने सर्जिकल कैप निकाल कर फेंकते हुए खुशी का इजहार कर रहे हैं. 46 सेकंड के इस वीडियो के अंत में दो कर्मचारी गलियारे के दरवाजे को बंद करते हुए दिखते हैं, जबकि अन्य कर्मचारी ताली बजाते हैं. दावा किया जा रहा है कि “न्यूज़ीलैंड में आज आखिरी कोरोना मरीज के ठीक होने के बाद कोरोना वार्ड को बंद कर दिया गया.” इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो न्यूजीलैंड का नहीं, बल्कि इटली के मेटेरा शहर के एक अस्पताल का है. कई फेसबुक जैसे “Harsh Desai” ने इस वीडियो को शेयर किया. उनकी पोस्ट को 3000 बार शेयर किया गया, हालांकि, बाद में उन्होंने यह पोस्ट डिलीट कर दी, जिसका आर्काइव यहां देखा जा सकता है. फेसबुक पर यह पोस्ट काफी वायरल है. AFWA की पड़ताल वीडियो को ध्यान से दे

Fact Check: फर्जी निकली रानी इंदुमति और छोटा भीम की शादी की खबर, मेकर्स ने कहा बच्चों को बच्चे ही रहने दो Asianet News

सच क्या है?    छोटा भीम कार्टून शो की प्रोडक्शन टीम ने सोशल मीडिया के जरिए फैंस को फेक न्यूज के लिए आगाह किया है। ग्रीन गोल्ड एनिमेशन प्रोडक्शन द्वारा लिखा गया, ‘छोटा भीम के मेकर्स की ओर से अपने पसंदीदा कैरेक्टर को इतना प्यार और समर्थन दिखाने के लिए शुक्रिया।   कहा- मासूमों की जिंदगी में शादी न लाएं   हम आपको बताना चाहते हैं कि शो के कैरेक्टर छोटा भीम, इंदुमति और चुटकी अभी बच्चे हैं। जिस वायरल न्यूज में बताया गया था कि कैरेक्टर्स की शादी को लेकर जो खबर फैलाई जा रही है, वह झूठी है। हम सभी को इस पर कमेंट करने से बचने की सलाह देते हैं। हमारे पसंदीदा किरदारों को बच्चा ही रहने दें और उनकी मासूम जिंदगी में शादी ना लाएं’। Source – Asianet News via WordPress https://ift.tt/2zGWQxa

Fact Check: क्या अब MP सरकार में महिलाएं बेचेंगी शराब, जान लीजिए क्या है इस वायरल फोटो का सच Asianet News

फ़ैक्ट-चेक   इस दावे की जांच की तो पाया कि ये दावा सरासर ग़लत है। पत्रिका की न्यूज़ रिपोर्ट को अगर आप ध्यान से देखें तो वीडियो में महिला अफ़सर प्रशासनिक काम करती हुई दिख रही है। वीडियो के साथ बताया गया है, “आबकारी महिला अधिकारी करवा रही काउंटिंग भोपाल में आज शाम खुल सकती हैं दुकान।” मामले की पूरी जानकारी भोपाल एक्साइज़ कंट्रोल रूम ने मीडिया को दी।   महिला अफ़सर के डिप्टी कंट्रोलर अतुल दुबे बताया, “ये बात कहना कि महिलाएं शराब बेचने के काम में शामिल हैं, ग़लत होगा। ज़्यादातर कॉन्ट्रैक्टरों ने अपने टेंडर्स छोड़ जिए हैं जिस कारण एक्साइज़ अफ़सर को शराब की दुकानें चलाने का काम दिया गया है। इस काम के लिए चुनी गई सभी महिलाओं का काम सिर्फ़ निगरानी रखने का है। ये काम बिना किसी पक्षपात के एक्साइज़ अफ़सरो को दिया गया है जो कि उनका कर्तव्य भी है।”   उन्होंने ये बात भी स्पष्ट की कि जिस सरकारी फ़रमान पर तारीख दी गई है वो सही है जबकि दूसरा फ़रमान ग़लत है। उन्होंने आगे बताया कि जब एक बार टेन्डर का मसला सुलझ जाएगा तो एक्साइज़ अफ़सर को शराब की दुकानों पर काम करने की ज़रूरत नहीं होंगी।   इसके अलावा हम स्वतंत्र रुप

एक और टोटल लॉकडाउन का दावा करता ज़ी न्यूज़ का फ़ेक ग्राफ़िक हुआ वायरल Alt News

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ज़ी न्यूज़ का कथित ग्राफ़िक का स्क्रीनग्रैब सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है. ग्राफ़िक के साथ कैप्शन में लिखा है, “15 जून के बाद फिर से हो सकता है सम्पूर्ण लॉकडाउन गृह मंत्रालय ने दिये संकेत, ट्रेन और हवाई सफर पे लगेगा ब्रेक.” ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल एंड्रॉयड एप्लिकेशन और व्हाट्सएप नंबर (+917600011160) पर इस ग्राफ़िक का फ़ैक्ट-चेक करने की कई रिक्वेस्ट आई हैं. मॉर्फ्ड ग्राफ़िक 9 जून को ज़ी न्यूज़ ने फ़ेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर बताया कि वायरल हो रहा ग्राफ़िक फ़ेक है. पोस्ट में लिखा था, “सोशल मीडिया पर ZEE NEWS के नाम से एक झूठी खबर फैलाई जा रही है.” सोशल मीडिया पर ZEE NEWS के नाम से एक झूठी खबर फैलाई जा रही है. Posted by Zee News on  Tuesday, 9 June 2020 इसका पता लगाने के लिए हमने वायरल ग्राफ़िक(बाएं) से ज़ी मीडिया के 11 जून के यूट्यूब पर पोस्ट किए गए ब्रेकिंग न्यूज़ ग्राफ़िक (दाएं) को कंपेयर किया. साफ़ तौर देखा जा सकता है कि फ़ॉन्ट साइज़, स्टाइल और लाल बैकग्राउंड का शेड अलग है. यानी ज़ी न्यूज़ का एक मॉर्फ़ किया गया ग्राफ़िक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि गृह मंत्रालय क

मेलानिया ट्रम्प का गिफ़्ट बराक ओबामा ने नहीं फेंका, पुराने वीडियो से छेड़छाड़ की गयी Alt News

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अमेरिका में एक अफ़्रीकन अमेरिकन नागरिक जॉर्ज फ्लॉएड की पुलिस हिंसा में मौत के बाद ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ के नाम से प्रदर्शन हो रहे हैं, इसी संदर्भ में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में पूर्व फ़र्स्ट लेडी मिशेल ओबामा को वर्तमान फ़र्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प के द्वारा गिफ़्ट लेते हुए असहज होते देखा जा सकता है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी पत्नी से गिफ़्ट लेकर सोचते हैं कि इसे कहां रखा जाए. वीडियो में दिखता है कि ओबामा व्हाइट हाउस के गेट की तरफ़ वापस जाते हुए बाईं तरफ़ गिफ़्ट को उछाल देते हैं. वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया गया है, “ब्लैक लोगों का गुस्सा शांत करने के लिए ट्रम्प अपनी पत्नी को लेकर ओबामा से मिलने गए और गिफ़्ट दिए. हैरानी की बात है कि ओबामा न गिफ्ट लिया और पीछे मुड़ते ही उसे फेंक दिया.” Trump took his wife to visit Obama and gave gifts in an attempt to calm the anger of the black people. Unexpectedly, Obama took the gift and dumped it as soon as he turned around. This is today’s video pic.twitter.com/liOk1TvbDw — TRONIX MADIBE (@DJTRONIXSA) June 10, 2020 U

RSS chief Mohan Bhagwat did not pass any statement on opposition leaders, reservation and Kashmir, fake post is getting viral Vishvas News

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By Vishvas News Updated: June 16, 2020 नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉक्‍टर मोहन भागवत का एक फर्जी बयान सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। कहा जा रहा है कि मोहन भागवत ने इस कथित बयान में विपक्षी नेताओं के साथ आरक्षण और कश्‍मीर के इश्‍यू पर बोला है। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि डॉक्‍टर मोहन भागवत के नाम पर वायरल बयान फर्जी है। उन्‍होंने ऐसा कोई भी बयान कभी नहीं दिया। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। क्‍या हो रहा है वायरल फेसबुक यूजर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने ‘‎हिंदू साम्राज्य ग्रुप में अपने सभी हिंदू भाइयों को जोड़े’ नाम के ग्रुप में 15 जून का एक पोस्‍ट अपलोड करते हुए लिखा : ‘संघ शक्ति, राष्ट्र शक्ति’ पोस्‍ट के अंदर मोहन भागवत की एक तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए लिखा गया : ‘कुछ लोग कहते है सरकार RSS चला रही है, अरे मुर्खें जिस RSS सरकार चलाईगी उस दिन ओविसी, नीतिश, राहुल दिगविजय सिंह, ममता बेनर्जी, अखलेश, आजम खॉं, हार्दीक, कन्‍हया-आरक्षण नही संरक्षण मागेंगे और पाकिस्‍तानि हमसे काश्‍मीर नही इस्‍लामाबाद मागेंगे…क्‍या मोहन भ

Covid-19 Home kit list that is going viral on social media is fake, Tata Health has not released any such list | टाटा हेल्थ के हवाले से मेडिकल होम किट और कोरोना के तीन चरणों का इलाज बताने वाला मैसेज वायरल, टाटा हेल्थ ने खुद इसे फेक बताया – Dainik Bhaskar

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दैनिक भास्कर Jun 16, 2020, 01:47 PM IST क्या वायरल : सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हो रही है। इसके साथ लिखा हुआ है कि यह कोविड-19 से बचाव के लिए घर में रखे जाने वाले अनिवार्य सामानों की सूची है। साथ ही कोविड-19 के तीन चरण और उनका इलाज भी बताया गया है।  दावा किया जा रहा है कि लिस्ट टाटा हेल्थ की तरफ से जारी की गई है।  कुछ फेसबुक यूजर, जिन्होंने इस लिस्ट को शेयर किया  https://www.facebook.com/MadhuMandalMZP/posts/141785744174365 https://www.facebook.com/suresh.s.jaipur/posts/3149102588482376 https://www.facebook.com/smile7care/posts/150428793249145 वायरल मैसेज का हिंदी अनुवाद  घर पर आवश्यक रूप से रखे जाने के लिए मेडिकल किट  1. पेरासिटामोल 2. माउथवॉश और गार्गल के लिए बेटाडाइन 3. विटामिन सी और डी 3 5. बी कॉम्प्लेक्स 6. भाप के लिए वाष्प + कैप्सूल 7. ऑक्सीमीटर 8. ऑक्सीजन सिलेंडर (केवल आपात काल के लिए) 9. आरोग्य सेतु ऐप 10. व्यायाम कोविड-19 के तीन चरण  1. केवल नाक में कोविड – रिकवरी का समय आधा दिन है। (स्टीम इन्हेलिंग), विटामिन सी। आमतौर पर बुखार नहीं होता। लक्ष

फ़ैक्ट-चेक : MP सरकार ने शराब बेचने के लिए महिला अफ़सरों को ठेकों पर बिठाया? Alt News

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10 जून को मध्यप्रदेश स्टेट वुमन कमीशन की चेयरमैन शोभा ओझा ने ट्वीट कर लिखा , “मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शराब की बिक्री के लिए महिलाओं को ड्यूटी पर लगाने का शर्मनाक फ़ैसला नारी की अस्मिता, सुरक्षा और उसके सम्मान के खिलाफ है।” ( ट्वीट का आर्काइव लिंक ) ये ट्वीट राज्य में सरकार द्वारा शराब की दुकानें चलाने के फैसले के संबंध में की गई है. दरअसल कोरोना वायरस महामारी के कारण शराब की बिक्री में गिरावट आई थी जिस वजह से 70 प्रतिशत दुकानदारों ने दुकानें खोलने से मना कर दिया था. इसके बाद राज्य सरकार शराब की दुकानें चलाने के लिए सामने आई थी. राज्य के एक्साइज़ डिपार्ट्मन्ट ने शराब की दुकानें खोलने और चलाने की प्रक्रिया पर निगरानी रखने काम हाथ में लिया है. कांग्रेस सांसद ने शराब की दुकान पर बैठी खाखी वर्दी पहनी महिला अफ़सर की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “यह तस्वीर लज्जित करती है, शराब बेचने को आतुर शिवराज सरकार ने अब महिलाओं को शराब की दुकानों पर बिठाकर हमारी बहन-बेटियों के प्रति अपनी घृणित और कुत्सित सोच का प्रदर्शन किया है।” ( ट्वीट का आर्काइव लिंक ) शराब की दुकानों पर महिला अफ़सरों को बिठाने

Quick Fact Check : सोनिया गांधी का पैर मनमोहन सिंह नहीं, कोई युवा कांग्रेस नेता छूता दिख रहा है तस्‍वीर में Vishvas News

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By Vishvas News Updated: June 16, 2020 नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक तस्‍वीर को वायरल करते हुए यह झूठ फैलाया जा रहा है कि उम्र में बड़े पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी का पैर छूते हुए दिखे। इस तस्‍वीर में एक शख्‍स को सोनिया गांधी का पैर छूते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस तस्‍वीर की जांच की थी। हमें पता चला कि सोनिया गांधी का पैर छूते हुए शख्‍स की यह तस्‍वीर भारतीय राष्‍ट्रीय युवा कांग्रेस के सम्‍मेलन की है, जो कि नई दिल्‍ली में नवंबर 2011 को हुआ था। तस्‍वीर में पैर छूते हुए शख्‍स को किसी ने जानबूझकर मनमोहन सिंह के नाम से वायरल कर दिया। पड़ताल को विस्‍तार से यहां पढ़ें। क्‍या हो रहा है वायरल फेसबुक ग्रुप ‘ गर्व से कहो मैं हिन्दू हु-100 मित्रो को जोड़ो ‘ पर यूजर अंश त्रिपाठी ने 13 जून को एक पोस्‍ट अपलोड करते हुए दावा किया : ‘इसे तमीज नहीं ओर चमचे इसे राजमाता बुलाते है।’ इस पोस्‍ट को दूसरे यूजर्स भी लगातार वायरल कर रहे हैं। फेसबक से लेकर ट्विटर तक पर यह वायरल हो रही है। पड़ताल विश्‍वास न्‍